यह बाते किसी को नहीं बतानी चाहिए..

जीवन में सफलता के लिए गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक होता है। तभी वह व्यक्ति जीवन में कई उपलब्धियों को हासिल करता है। जीवन जीने के महान लोगो ने कई सूत्र बताये गए है किन्तु उनमे से सर्वश्रेष्ठ चाणक्य के सूत्र को अधिक महानता दी जाती है। जिसका अनुसरण करने से मनुष्य के जीवन में किसी […]

जीवन में सफलता के लिए गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक होता है। तभी वह व्यक्ति जीवन में कई उपलब्धियों को हासिल करता है। जीवन जीने के महान लोगो ने कई सूत्र बताये गए है किन्तु उनमे से सर्वश्रेष्ठ चाणक्य के सूत्र को अधिक महानता दी जाती है। जिसका अनुसरण करने से मनुष्य के जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं आता। और न ही जीवन में किसी प्रकार की कोई समस्या आती है।

अधिकतर देखा जाता है की व्यक्ति जीवन में कोई कार्य करने से पहले ही ज़माने में उस कार्य का प्रचार करता है। इस दरमियान वह लोगो से वह बाते भी कर जाता है जो उसे किसी अन्य व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए। यही बाते हमारे जीवन में कई परेशानियों का कारण बन सकती है। चाणक्य ने सुखी जीवन के लिए मनुष्य को कई सूत्र दिए है जिनका अनुसरण करने से मनुष्य सुखी एवं जीवन की विभिन्न परेशानियों से बच जाता है।
चाणक्य के अनुसार :-
 
अर्थनाशं मनस्तापं गृहिणीचरितानि च।
नीचवाक्यं चाऽपमानं मतिमान्न प्रकाशयेत्।।
 
सफलता का प्रथम सूत्र :- 
मनुष्य को कभी भी दुनिया के सामने धन की समस्या का व्याख्यान नहीं करना चाहिए। अगर आपको धन की हानि हुई है या आपके जीवन में किसी प्रकार की धन संबंधी समस्या उतपन्न हुई है तो इस बात का जिक्र लोगो से नहीं करना चाहिए। क्यों की आपकी समस्या सुनकर व्यक्ति धन संबंधी आपकी कोई सहायता नहीं करेंगे। धन से जुडी समस्या को सदेव राज ही रखना  चाहिए।
 
सफलता का द्वितीय सूत्र :- 
ज़माने में अधिकतर लोगो का मानना है की दुःख को अन्य व्यक्ति को बताने से दुःख कुछ हद तक कम होता है। लेकिन हमारी यह सोच गलत है। देखा जाता है की कई लोगो का बस एक ही कम होता है की दुसरो की परेशानियों का मजाक बना कर सबके सामने उन्हें निचा दिखाना ही उनका कम होता है। जिससे हमारा दुःख कम होने के बजाय अधिक होता है।
 
सफलता का तृतीय नियम :- 
 जीवन में कामयाबी अवं सुखी जीवन जीने के लिए व्यक्ति को अपने घर की सभी बातो को गुप्त रखना चाहिए। खासकर समझदार व्यक्ति वही है जो अपनी पत्नी के चरित्र एवं घर के निजी झगड़ो को गुप्त रखता है। परिवार की किसी भी प्रकार की बातो को किसी अन्य व्यक्ति को बताना नहीं चाहिए।
 
 सफलता का चतुर्थ नियम :- 
चाणक्य के अनुसार जीवन का बहुमूल्य नियम है की यदि किसी व्यक्ति से हमारा मतभेद हो गया है या किसी ने अपमान का तरीका अपनाया हो तो इस बात को मन में ही रखे।किसी व्यक्ति को बताने से हमारा मन सम्मान घटता है।
 
 
 

 

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