बड़ी सोच का बड़ा जादू..
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास जरुरी होता है, बिना आत्मविश्वास के हम जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकते है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बतायेगे की किस तरह जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास का होना जरुरी होता है। इन बातो को जीवन में अमल करने से […]
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास जरुरी होता है, बिना आत्मविश्वास के हम जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकते है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बतायेगे की किस तरह जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास का होना जरुरी होता है। इन बातो को जीवन में अमल करने से जीवन में कभी भी नकारात्मक भावनाओ का समावेश नहीं होता होता है।
बिना डरे बड़े आगे :-
बचपन से ही अधिकतर बच्चो में देखा जाता है की स्कूल में शिक्षक के सामने बेठने की किसी की हिम्मत नहीं होती हर कोई शिक्षक की नजरो से बचता हुआ सबसे पीछे बेठने की कोशिश करता है। ताकि शिक्षक उनसे किसी तरह का कोई प्रश्न न पूछ ले। कई बच्चों के मन में डर होता है की कही उनका जवाब गलत हो गया तो क्या होगा? यह सब आत्मविश्वास की कमी के कारण ही होता है। जब हमारे मन में आत्मविश्वास की कमी होती है तो हम सभी से डरते है कही यह न हो जाये कही वह न हो जाये। लेकिन अब तो यह नजारा आम हो गया है, स्कूल, कोलेज, ऑफिस मीटिंग या अन्य कोई कोई कारण सभी जगह यही देखने को मिलता है।
आत्मविश्वाश को जाग्रत करे :-
मन में आत्मविश्वास के समावेश के लिए व्यक्ति को हर परिस्थिति में लड़ते रहना चाहिए। जीवन में कभी भी किसी भी दुःख तकलीफ से न घबराते हुए डट कर उन चुनोतियो का सामना करना चाहिए। जब जब आप किसी की नजरो से नजरे मिलकर बात करेगे तब तब आपका आत्मविश्वास बढेगा और डर ख़त्म होगा लेकिन जब भी आप किसी की नजरो से दूर जायेगे या छिपेंगे तो आपका आत्मविश्वास कमजोर पड़ेगा और डर की शक्ति प्रबल होती जाएगी।
नजर से नजर मिलाकर बात करे :-
किसी भी व्यक्ति से बात करते समय हमें अपनी आखे सामने वाले व्यक्ति की आखो में आखे डालकर बात करनी चाहिए। नजरो से नजर मिलाकर बात करने से व्यक्ति में आत्मविश्वाश का समावेश होता है। व्यक्ति के मन में आत्मविश्वाश लाने के लिए नजरो को नीची नहीं करनी चाहिए हमेशा आखे मिलकर बात करने से हम अपनी बात को अच्छी तरह से सामने वाले को समझा सकते है।
चलने की स्पीड से बढेगा आत्मविश्वाश :-
अधिकतर देखा जाता ही की जो व्यक्ति जीवन की कठिनाइयों से हार जाता है या अपने जीवन की से रूठ जाता है उनकी चलने की स्पीड ओसतन लोगो से भी कम होती है। उन व्यक्तियों को देखते ही लगता है की इनमे आत्मविश्वाश की काफी कमी है। जो व्यक्ति सर उचा कर स्पीड से चलते है उनमे कभी भी आत्मविश्वाश की कमी नहीं होती है। उन व्यक्तियों की स्पीड आम लोगो से भी अधिक होती है।