इन व्यक्तियों की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए
भगवान शिव और माता पार्वती ने मनुष्य को अपमानित होने से बचने के लिए ऐसे कई उपदेश दिए है जिसका अनुसरण करके वह अपमानित होने से बच सकता है. श्रीरामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास के अनुसार भगवान शंकर ने माता पार्वती से ऐसे व्यक्तियों से दूर रहने के लिए कहा था जिससे वह अपमानित हो […]
भगवान शिव और माता पार्वती ने मनुष्य को अपमानित होने से बचने के लिए ऐसे कई उपदेश दिए है जिसका अनुसरण करके वह अपमानित होने से बच सकता है. श्रीरामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास के अनुसार भगवान शंकर ने माता पार्वती से ऐसे व्यक्तियों से दूर रहने के लिए कहा था जिससे वह अपमानित हो सकती है. यदि हमने ऐसे व्यक्तियों पर ध्यान दिया तो हमें अपमान जनक जवाब मिलने के साथ ही अपमानित भी होना पड़ सकता है.
वायु रोग पीड़ित : भगवान् शंकर के दिए हुए उपदेश के अनुसार जब व्यक्ति पेट संबंधी रोग गैस से परेशां हो तो उसकी बातो पर ध्यान नहीं देना चाहिए. क्यों की जब व्यक्ति को गैस होती है तो वह वह किसी भी तरह से सोचने विचरने की क्षमता को खो देता है. वह आपको अपने शब्दों से अपमानित भी कर सकता है. इसलिए ऐसे व्यक्ति की बातो पर देयं नहीं देना चाहिए.
पागल व्यक्ति :जब व्यक्ति पागल हो जाता है तो उसकी सोचने समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है. उस समय वह किसी को भी कुछ भी कह देता है. इसलिए पागल व्यक्ति की बातो पर कभी भी ध्यान नहीं देना चाहिए.
शराबी व्यक्ति:व्यक्ति यदि शराब पिया हुआ है तो उससे किसी भी प्रकार की कोई बात नहीं करनी चाहिए. उस समय वह नशे की हालत में होता है उससे किसी भी प्रकार का अच्छा या बुरा नहीं सोच सकता है. इसलिए नशे की हालत में बात न करे और नहीं उनकी किसी भी बात पर ध्यान देना चाहिए . अन्यथा आपको अपमानित होना पडेगा.
अहंकार व्यक्ति:जिन व्यक्तियों को अहंकारा या खुद पर गर्व होता है वह व्यक्ति दुसरो को निचा दिखने के लिए किसी भी हद तक गुजर सकते है.इसलिए ऐसे व्यक्तियों से हमेशा दुरी बनानी चाहिए. अन्यथा स्वयं का यही नुकसान होगा. ऐसे व्यक्तियों की बातो पर ध्यान कभी भी नहीं देना चाहिए.