BR Bhimrao Ambedkar करीब 9 भाषाओं के ज्ञाता थे, इन्होंने 21 सालों तक सभी धर्मों का ज्ञान लिया था.
BR Bhimrao Ambedkar करीब 9 भाषाओं के ज्ञाता थे, इन्होंने 21 सालों तक सभी धर्मों का ज्ञान लिया था.
1908 में वे एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले दलित बच्चे बनें.
1908 में वे एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले दलित बच्चे बनें.
डॉ. भीमराव के पास कुल 32 डिग्री थी. वो विदेश जाकर अर्थशास्त्र में P.H.D करने वाले पहले भारतीय थे. नोबेल प्राइज जीतने वाले अमर्त्य सेन अर्थशास्त्र में इन्हें माता पिता मानते थे.
डॉ. भीमराव के पास कुल 32 डिग्री थी. वो विदेश जाकर अर्थशास्त्र में P.H.D करने वाले पहले भारतीय थे. नोबेल प्राइज जीतने वाले अमर्त्य सेन अर्थशास्त्र में इन्हें माता पिता मानते थे.
बी.आर अंबेडकर पेशे से वकील थे, इन्होंने 2 साल तक मुंबई के सरकारी लॉ कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर काम किया है.
बी.आर अंबेडकर पेशे से वकील थे, इन्होंने 2 साल तक मुंबई के सरकारी लॉ कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर काम किया है.
तिरंगे झंडे में अशोक चक्र लगवाने वाले भीमराव अम्बेडकर ही थे.
तिरंगे झंडे में अशोक चक्र लगवाने वाले भीमराव अम्बेडकर ही थे.
वर्तमान समय में जो उद्योगों में 8 घंटे की शिफ्ट होती है, यह सब BR Bhimrao Ambedkar की ही देन है. इससे पूर्व 12-14 घंटे श्रमिकों को काम करना पड़ता था.
वर्तमान समय में जो उद्योगों में 8 घंटे की शिफ्ट होती है, यह सब BR Bhimrao Ambedkar की ही देन है. इससे पूर्व 12-14 घंटे श्रमिकों को काम करना पड़ता था.
भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माण करने वाली समिति के अध्यक्ष थे, इसलिए इन्हें संविधान निर्माता कहा जाता है.
भीमराव अंबेडकर
संविधान निर्माण करने वाली समिति के अध्यक्ष थे, इसलिए इन्हें संविधान निर्माता कहा जाता है.
भीमराव अम्बेडकर ने जिंदगी में 2 बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें हार मिली.
भीमराव अम्बेडकर ने जिंदगी में 2 बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें हार मिली.
डॉ. भीमराव अम्बेडकर ही एक मात्र भारतीय हैं, जिनकी portrait लंदन संग्रहालय में कार्ल मार्क्स के साथ लगी हुई है.
डॉ. भीमराव अम्बेडकर ही एक मात्र भारतीय हैं, जिनकी portrait लंदन संग्रहालय में कार्ल मार्क्स के साथ लगी हुई है.
आखिरी दिनों में भीमराव अम्बेडकर डायबिटिज से बुरी तरह से बीमार हो गए थे. 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनका निधन हो गया.
आखिरी दिनों में भीमराव अम्बेडकर डायबिटिज से बुरी तरह से बीमार हो गए थे. 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनका निधन हो गया.
मौत के 34 सालों बाद 1990 में अंबेडकर को भारत का सबसे बड़ा पुरुस्कार भारत रत्न दिया गया.
मौत के 34 सालों बाद 1990 में
अंबेडकर
को भारत का सबसे बड़ा पुरुस्कार भारत रत्न दिया गया.