सिद्धों का सार, आचार्यों का साथ, साधुओं का साथ, अहिंसा का प्रचार, यही है भगवान महावीर का सार

सेवा- श्रवण कुमार से, मित्रता- कृष्ण भगवान से मर्यादा-श्रीराम से, लक्ष्य-एकलव्य से अहिंसा- गौतम बुद्ध से, तपस्या- महावीर से

क्रोध को शांति से जीतें, दुष्ट को साधुता से जीतें कृपण को दान से जीतें और असत्य को सत्य से जीतें.