आईपीओ का फुल फॉर्म INITIAL PUBLIC OFFERING (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) है.
आईपीओ का फुल फॉर्म INITIAL PUBLIC OFFERING (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) है.
शेयर मार्केट में जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को ऑफर करती है तो इस प्रोसेस को IPO कहा जाता है
शेयर मार्केट में जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को ऑफर करती है तो इस प्रोसेस को IPO कहा जाता है
IPO की प्रोसेस में कोई सी भी कंपनी अपने शेयर आम लोगों के लिए ऑफर करती है.
IPO की प्रोसेस में कोई सी भी कंपनी अपने शेयर आम लोगों के लिए ऑफर करती है.
कंपनी आईपीओ के माध्यम से फंड जमा करते हैं और उस फंड को अपनी कंपनी की तरक्की में अपने अनुसार खर्च करती है.
कंपनी आईपीओ के माध्यम से फंड जमा करते हैं और उस फंड को अपनी कंपनी की तरक्की में अपने अनुसार खर्च करती है.
कंपनी आईपीओ के माध्यम से फंड जमा करते हैं और उस फंड को अपनी कंपनी की तरक्की में अपने अनुसार खर्च करती है.
कंपनी आईपीओ के माध्यम से फंड जमा करते हैं और उस फंड को अपनी कंपनी की तरक्की में अपने अनुसार खर्च करती है.
कंपनियां कई कारणों से मार्केट में आईपीओ को लाती है.
कंपनियां कई कारणों से मार्केट में आईपीओ को लाती है.
लोगों के द्वारा खरीदे गए आईपीओ कंपनी लोगों को हिस्सेदारी देती है.
लोगों के द्वारा खरीदे गए आईपीओ कंपनी लोगों को हिस्सेदारी देती है.
जब कोई कंपनी अत्यधिक कर्ज में होती है तो इस परिस्थिति से निपटने के लिए वह कंपनी आईपीओ जारी करती है.
जब कोई कंपनी अत्यधिक कर्ज में होती है तो इस परिस्थिति से निपटने के लिए वह कंपनी आईपीओ जारी करती है.
कोई भी व्यक्ति कंपनी के द्वारा निर्धारित किए गए आईपीओ प्राइस पर ही उसे खरीद सकता है
कोई भी व्यक्ति कंपनी के द्वारा निर्धारित किए गए आईपीओ प्राइस पर ही उसे खरीद सकता है
जब कोई कंपनी आईपीयू प्रोसेस करते हो तो उन्हें SEBI के द्वारा निर्धारित किए गए सभी नियमों का पालन करना होता है.
जब कोई कंपनी आईपीयू प्रोसेस करते हो तो उन्हें SEBI के द्वारा निर्धारित किए गए सभी नियमों का पालन करना होता है.