जब भी हम Market से Product खरीदते है, तो सभी Product पर हम एक Barcode जरूर देखने को मिलता है. कई बार अधिकांश लोग सोचते है की आखिर Product पर Barcode क्यों दिया जाता है? हालांकि वह इस बात से अनजान होते है की आखिर Barcode का क्या काम होता है. यदि आप भी किसी भी Product पर Barcode क्यों होता है? नहीं जानते है तो आज हम आपको बताएँगे Barcode क्या है? Barcode कहा उपयोग किया जाता है?
जब भी आप Market से कोई Product खरीदते है और उस Product के Barcode को Scan या enter करते हैं तो तुरंत ही आपकी स्क्रीन पर उस Product को तैयार करने वाली कंपनी के साथ कौन से देश में इसे बनाया गया है आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी. दरअसल Barcode एक Unique identification future पर अपना काम करता है जब भी किसी Product को तैयार किया जाता है, तो उस पर एक Barcode अंकित होता है उस Barcode में Product बनाने वाले देश के अलावा और भी बहुत सारी जानकारियां सम्मिलित होती है.
Barcode में दिए गए Code का मतलब अलग अलग होता है Barcode के शुरुआती तीन Digit कि यदि बात की जाए तो वह Digit देश के बारे में बताती है उदाहरण के तौर पर यदि समझा जाए तो भारत का Code 890 है और China का Code 690 – 699 है. Barcode यह नहीं बताता है कि वह Product किस देश में तैयार किया गया है, अधिकतर कंपनियां अपने Product पर Barcode में अपने Headquarter वाले देश का ही Code देती है.
Barcode क्या होता है? (What is a Barcode)
सूचना या आंकड़ों को लिखने का Barcode एक तरीका होता है किसी भी Product के बारे में पूरी जानकारी Barcode में सम्मिलित होती है Barcode से हम यह पता लगा सकते हैं कि Product की प्राइस क्या है और वह किस देश में बना है यहां तक कि किस कंपनी ने इस Product को बनाया है यह सभी बातें Barcode में सम्मिलित होती है. Barcode को optical scanners की मदद से पढ़ा जाता है जिन्हें हम barcode readers कह सकते हैं.
सभी Product के आंकड़ों एवं सूचना को लिखने का Barcode एकमात्र जरिया होता है. Barcode किसी के Product पर अंकित करने के लिए उनमें मूल रूप से एक समांतर रेखाओं एवं उनके मध्य अंतराल का उपयोग किया जाता है इस तकनीक को एकबिमिय Barcode (1 dimensional barcodes) भी कहा जाता है जिसे हम प्रकाशीय scanner (optical scanner) की मदद से आसानी से पढ़ सकते हैं.
Barcode कहां होता है? (Where is the barcode)
जब हम कोई भी Product खरीदते हैं चाहे वह तेल हो या साबुन हो या फिर अन्य कोई घरेलू होम Product पर हम Black lines को जरूर देखते हैं उन Black lines को टेक्नोलॉजी की भाषा में Barcode कहा जाता है. इस Barcode से ही हम उस Product के बारे में उसकी मात्रा उसका मूल्य और वह किस देश में बना है किस कंपनी ने इस Product को बनाया है वह Product कब बना है,इन सभी बातों की जानकारी हम Barcode के माध्यम से पता लगा सकते हैं.
बड़े-बड़े स्टोर सुपर Barcode की मदद से ही इस बात का पता लगाया जाता है कि उनके पास इस उत्पाद के कितनी मात्रा बची हुई है. किसी भी Product के लिए उस पर अंकित Barcode पूरे विश्व में एक विशेष तरह से आवंटित किया जाता है. Barcode का आवंटन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी एक संस्था के द्वारा किया जाता है.
Barcode कितने तरीकों का होता है? (Types of barcode)
सामान्यतः देखा जाता Barcode को मुख्य दो भागों में बांटा गया है.
-Dimensional Barcode
– Linear Barcode
Dimensional Barcodes :-
द्विबिमीय Barcode या 2D Barcode को QR Code भी कहा जाता है जिसे Quick Response पढ़ा जाता है.
– 1D Barcode का उपयोग नॉर्मल Product जैसे मोबाइल पर साबुन जैसे Product पर किया जाता है जबकि 2D Barcode को हम सभी Paytm app में देखते हैं
– 1D Barcode की तुलना में 2D Barcode में अधिक Data stored किया जा सकता है यदि 2D Barcode में किसी तरह की कोई काट छांट की जाती है इसके बावजूद भी scanner की मदद से हम आसानी से Code को पढ़ सकते हैं जबकि वनडे Barcode में ऐसा कर पाना असंभव होता है.
– कंप्यूटर में सिर्फ 0 से 1 की भाषा यानी कि binary code को ही समझ पाता है इसलिए Barcode के 95 खानों में सिर्फ 0 और एक के रूप में ही बांटा जाता है इन सभी 95 खानों को 15 विभागों में अलग-अलग बाटा जाता है जिनमें Barcode 15 खानों में लिखा जाता है जबकि तीन खानों को Guards के रूप में विभक्त किया जाता है.
– Barcode में दाएं और बाएं तरफ अलग-अलग नंबर दिए होते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाहर कोर्ट को बाएं से दाएं की तरह पढ़ा जाता है बाई तरफ एक की संख्या विषम होती है, जबकि एक की सम संख्या लिखी हुई होती है.
– Barcode में बाई तरफ के नंबर 0 से शुरू होकर एक पर खत्म हो जाते हैं लेकिन दाएं तरफ एक नंबर से शुरू होकर 0 पर खत्म होते हैं.
Barcode काम कैसे करता है? (How does barcode work)
– लेजर प्रिंटर की सहायता से Barcode को पढ़ने के लिए जब उस पर लाइट डाली जाती है तो यदि First column में लाइट नहीं जलती है तो इसका मतलब होता है कि Barcode Reader उस कॉलम को एक पड़ता है.
– Barcode को पढ़ने के लिए Job laser printer lights पर डाली जाती है और यदि पहले कॉलम में लाल रंग की लाइट जल जाती है तो Barcode Reader उस कॉलम को जीरो पड़ता है.
– Barcode में दाई और दर्शाए गए जीरो का मतलब होता है कि वह उत्पाद किस प्रकार का है हमें इससे यह भी पता चलता है कि वह उत्पाद मास का बना है या फिर प्लास्टिक का इसी जगह यदि दो लिखा हुआ आता है तो इसका मतलब होता है कि वह Product खाना है या फिर मास यदि वहां पर 3:00 लिखा हुआ होता है तो हमें इस बारे में पता चलता है कि वह Product फार्मेसी का है इसी तरह Barcode में बाई और जीरो और पांच हमें बताते हैं कि उत्पाद किस देश में बना हुआ है.
– Barcode के दाएं तरफ अंकित 7 हम एक चेक संख्या होती है जो हमें इस बात को सुनिश्चित करती है कि कंप्यूटर की मदद से इस इंफॉर्मेशन को ठीक से पढ़ा गया है या नहीं.
सभी देशों के Barcode क्या है? (Barcode of all Countries)
– 890 भारत (India)
– 00-13 संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा (United States and Canada)
– 30-37 फ्रांस (France)
– 40-44 जर्मनी (Germany)
– 45, 49 जापान (Japan)
– 46 रूस (Russia)
– 471 ताइवान (Taiwan)
– 479 श्रीलंका (Sri Lanka)
– 480 फिलीपींस (Philippines)
– 486 जॉर्जिया (Georgia)
– 489 हांगकांग (Hong Kong)
– 49 जापान (Japan)
– 50 यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom)
– 690-692 चीन (China)
– 70 नॉर्वे (Norway)
– 73 स्वीडन (Sweden)
– 76 स्विट्जरलैंड (Switzerland)
– 888 सिंगापुर (Singapore)
– 789 ब्राजील (Brazil)
– 93 ऑस्ट्रेलिया (Australia)
इस तरह आप किसी भी Product पर अंकित Barcode को देखकर इस बात का पता लगा सकते हैं कि यह Product किस देश में बना हुआ है.
Who created the barcode
Barcode को बनाने का पूरा श्रेया Norman Joseph Woodland (नॉर्मल जोसेफ वुडलैंड) को जाता है. Barcode को उन्होंने 1950 में बनाया था. नारमन जोसेफ वुडलैंड ने उस समय इस विधि का नाम Classifying Apparatus and Method रखा था.
Barcode कैसे पढ़ते हैं? (How do you read a barcode)
Barcode को पढ़ने के लिए जिस उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है उसे Barcode Reader (Barcode Reader) कहते हैं.
कई बार आपने देखा होगा कि जब हम किसी मॉल में शॉपिंग करने जाते हैं और वहां से कोई Product खरीदते हैं तो cash counter पर बैठा हुआ एक व्यक्ति Barcode Reader को जिस Product को हमने खरीदा है उस Product पर अंकित Barcode के ऊपर Barcode Reader को घुमाता है जिसमें से एक बीप की आवाज निकलती है जो Barcode को पड़ती है.
Barcode Reader में एक Laser beep लगी होती है जो स्पेस और लाइन में रिलेशंस के द्वारा Barcode को digital data में कन्वर्ट कर देती है इस तरह Barcode Reader उस सूचना को कंप्यूटर में ट्रांसफर कर देता है जिससे हमने इस बारे में पता चलता है कि वह Product क्या है और उस Product को किस कंपनी ने बनाया है साथ ही उसकी कीमत कितनी है और वह Product कब का बना हुआ है आदि इन बातों की जानकारी हमें मिल जाती है.
Barcode कितनी तरह के होते है? (types of barcodes)
Barcode मुख्यत दो तरह के होते हैं,
– रेखाकार Barcode या एकविमीय Barcode
– द्विविमीय Barcode या 2D Barcode (इस Barcodeको QR Code भी कहा जाता है जिसे हम Quick Response नाम से जानते हैं.)
एकविमीय Barcode और द्विविमीय Barcode में क्या अंतर है ?
Design :-
एकविमीय Barcode मैं इनका आकार या Design लंबा होता है यानी कि इस Barcode में समांतर लाइन लंबाई में होती है, जबकि द्विविमीय Barcode का Design Square Shape में होता है.
Storage capacity:-
एकविमीय Barcode की Storage capacity बहुत कम होती है, जबकि द्विविमीय Barcode मैं Storage capacity बहुत ज्यादा होती है इसमें हम बड़ी फाइल्स और वीडियो को भी स्टोर करके आसानी से रख सकते हैं.
Scan direction:-
एकविमीय Barcode मैं स्क्रीन की दिशा की यदि बात की जाए तो इसे हम एक ही दिशा से scan कर सकते हैं, जबकि द्विविमीय Barcode मैं हम किसी भी टीचर से ऐसे ही scan कर सकते हैं.
Scanner reader :-
एकविमीय Barcode को पढ़ने के लिए Reader scanner की जरूरत होती है, जबकि द्विविमीय Barcode को हम किसी भी Android phone से scan कर सकते हैं.
Barcode का इस्तेमाल कहां होता है?
एकविमीय Barcode का उपयोग क्रीम साबुन आदि पर किया जाता है, और द्विविमीय Barcode का उपयोग पेटीएम पर किया जाता है.
Barcode के फायदे क्या है? (Benefits of Barcodes)
purity
इसमें स्वचालित डेटा प्रविष्टि होने के कारण मैन्युअल कमियां ऑटोमेटिक रिमूव हो जाती है.
Time saving
Barcode Reader एबीसीडी डाटा को कंप्यूटर में सेव कर देता है इसलिए इसमें समय की काफी बचत होती है हालांकि मैन्युअल डेटा प्रविष्टि में लिया गया समय काफी होता है.
Easy use
यदि आपको बार coding system का उपयोग करना नहीं आता है तो यह बहुत ही आसान प्रक्रिया होती है यहां तक कि इससे सीखना भी सभी के लिए बहुत ही आसान होता है.
Low cost
डाटा प्रविष्टियों को सटीकता के साथ किया जा सकता है, जिसमें स्टाफ और ऑपरेटर की भी बहुत कम आवश्यकता होती है जिससे हमें उन्हें दी जाने वाली सैलरी की बचत हो जाती.
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